राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं तेजी से बढ़ गई हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आज (4 नवंबर 2025) दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 309 दर्ज किया गया है, जो 'बेहद खराब' (Very Poor) श्रेणी का सूचक है। चारों ओर फैली जहरीली हवा के कारण स्मॉग या धुंध के बीच अंतर करना मुश्किल हो गया है, जिससे शहर में घुटन भरी विजिबिलिटी और एक धुंधला माहौल बना हुआ है।
कई इलाकों में AQI 400 के पार, जानलेवा बनी हवा
दिल्ली के कई इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' (Severe) श्रेणी के करीब या उससे भी ऊपर पहुंच गया है। अलग-अलग निगरानी स्टेशनों पर दर्ज किया गया AQI बताता है कि स्थिति कितनी गंभीर है:
	
		
			| इलाका | 
			AQI | 
			श्रेणी | 
		
	
	
		
			| अलीपुर | 
			419 | 
			गंभीर के करीब | 
		
		
			| वजीरपुर | 
			403 | 
			गंभीर के करीब | 
		
		
			| जहांगीरपुरी | 
			402 | 
			गंभीर के करीब | 
		
		
			| नरेला | 
			388 | 
			बेहद खराब | 
		
		
			| रोहिणी | 
			392 | 
			बेहद खराब | 
		
		
			| आनंद विहार | 
			392 | 
			बेहद खराब | 
		
		
			| अशोक विहार | 
			370 | 
			बेहद खराब | 
		
	
400 से ऊपर का AQI फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है और इसे स्वास्थ्य आपातकाल के करीब माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में इस समय जिस तरह की वायु गुणवत्ता है, उसमें सांस लेना प्रतिदिन 6.6 सिगरेट पीने जितना खतरनाक है।
अस्थमा और दिल के मरीजों के लिए खतरा
जहरीली हवा के कारण बच्चों, बुजुर्गों और विशेष रूप से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है। डॉक्टर लगातार अस्थमा, हृदय (दिल) और साइनस के मरीजों को घर के अंदर रहने की सलाह दे रहे हैं।
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श्वसन समस्याएं: लोगों को सांस लेने में समस्या (ब्रीदिंग प्रॉब्लम) की शिकायतें बढ़ गई हैं। COPD (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) के मरीजों को प्रदूषण से अपना बचाव करने की सख्त आवश्यकता है।
	 
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आंखों और त्वचा की एलर्जी: जहरीले कणों के कारण आंखों में जलन और त्वचा संबंधी एलर्जी (स्किन एलर्जी) की शिकायतें लेकर बड़ी संख्या में लोग डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं।
	 
बचाव के लिए तत्काल उपाय
वायु प्रदूषण के इस खतरनाक स्तर से बचने के लिए विशेषज्ञों ने तत्काल कुछ उपायों का पालन करने की सलाह दी है:
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घर पर रहें: प्रदूषण से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है कि अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
	 
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एयर प्यूरीफायर का उपयोग: घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
	 
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N95 मास्क: अगर बाहर जाना अनिवार्य है, तो श्वसन तंत्र की सुरक्षा के लिए N95 या N99 मास्क पहनकर ही निकलें।
	 
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GRAP-2 का पालन: सरकार द्वारा लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)-2 के नियमों का सख्ती से पालन करें।
	 
मौसम का हाल: विजिबिलिटी कम
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली का मौसम आज साफ है और दिन में धूप खिली हुई है, जिससे हल्की गर्मी महसूस हो रही है। अधिकतम तापमान बीते दिन 31.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हालांकि, घने स्मॉग और धुंध के कारण विजिबिलिटी बहुत कम है। स्मॉग के कारण ठंड का वास्तविक अहसास कम हो रहा है, लेकिन हवा की धीमी गति प्रदूषण को सतह के करीब जमा कर रही है।
IMD ने भविष्यवाणी की है कि 9 नवंबर तक दिल्ली का मौसम साफ रहेगा और बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं, हालांकि 5 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। हवा की गति में वृद्धि ही प्रदूषण के कणों को छितराने में सहायक होगी और AQI में कुछ सुधार ला सकती है।